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बुधवार, 19 मई 2010

६ हसिकाए

पानी पियो खूब,... मगर नल को खुला छोड़ दो
दोस्ती निभाने का वक़्त आए , तो मुह मोड़ दो .

सर्ब शिछा अभियान की बिक रही
पुस्तके कबाड़ में।
सरकारी शिछा भांड में ॥

खाना पकाओ कुकर प्रेशर में ...
नहीं तो रस निकल जायेगा माड़ में ।

खेलो - कूदो खूब , आज है सन्डे ॥
रोज खाओ दो अंडे ॥

बिजली की मत पूछो, घर -घर की यह रानी
आना -जाना ही है इसकी कहानी ॥

प्यार दो , प्यार लो , जब तक ये जग है
मांग लो सब कुछ , जब तक ये रुब है ॥

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